मॉब लिंचिंग के विरोध में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सौंपा डीएम को ज्ञापन ।
सीतापुर (ब्यूरो) आज मुस्लिम विद्वानों का सबसे बड़ा संगठन जमीयत उलेमा- ए - हिंद सीतापुर द्वारा असामाजिक तत्वों की भीड़ द्वारा भारतीय नागरिकों की हत्या के इस षडयंत्र में शामिल व्यक्तियों पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
राष्ट्रपति को संबोधित इस चार सूत्री ज्ञापन में कहा गया है कि झारखंड के सरायकेला में असामाजिक तत्वों की भीड़ द्वारा तबरेज़ अंसारी की षड्यंत्र के तहत हत्या की गई।
उसमें हत्यारों को कड़ी सजा दी जाए और मुआवजा के तौर पर एक करोड़ रुपए उनके परिवार को दिया जाए, साथ ही किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
आगे ज्ञापन में कहा गया है कि पूरे भारतवर्ष में अल्पसंख्यक (मुस्लिमों) व दलितों पर लगातार हो रहे अत्याचार को रोका जाए, राजनैतिक संरक्षण प्राप्त असामाजिक तत्वों की गुंडागर्दी समाप्त करने हेतु राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा दंडात्मक कार्यवाही के लिए निर्देश दिया जाए ।
कार्यकर्ताओं द्वारा ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि यदि आइन्दा मुस्लिमों पर अत्याचार होता है तो जिला प्रशासन पर कानूनी कार्रवाई की जाए ।
ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से जनरल सेक्रेट्री मौलाना वकील अहमद का़समी , नगर अध्यक्ष सीतापुर का़री सलाहुद्दीन सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।