पत्रकारों व उनके परिवार की जान को खतरा- सुधांशु पुरी
सीतापुर । उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर में केशव ग्रीन सिटी के मालिक द्वारा टीवी पत्रकारों द्वारा चलाई खबर पर कार्रवाई होनी के डर से पहले तो पत्रकारों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया और उसके बाद जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी को अग्रवाल महासभा और व्यापार मंडल की तरफ से ज्ञापन दिलवा दिया। जबकि जिला प्रशासन लगातार कार्यवाही केशव ग्रीन सिटी पर कर रहा है। उक्त बात सुधांशु पुरी (पत्रकार) की है । प्राप्त सूचना के मुताबिक सीतापुर के दो टीवी पत्रकार जोकि उत्तर प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार भी है इनके द्वारा सीतापुर में कई वर्षों से विकसित हो रही केशव ग्रीन सिटी कॉलोनी जो कि मानकों के विपरीत बन रही है नदी के पास के गाटा संख्या को भी बेच दिया गया है और विनियमित क्षेत्र में कमर्शियल नक्शे पास करके आवास बनाकर बेचा जा रहा है साथ ही बिजली की हाई वोल्टेज लाइन के नीचे बच्चों के पार्क और मकान बनाकर बेचे गए ऐसे तमाम नियमों कानूनों को दरकिनार करते हुए इस कॉलोनी के मालिकों द्वारा धड़ल्ले से अवैध तरीके से कॉलोनी का विकास किया जा रहा है । जिसकी खबर इन दोनों पत्रकारों ने अपने टीवी चैनल पर प्रमुखता से दिखाई थी जिसके बाद सीतापुर जिलाधिकारी द्वारा मामले की जांच के आदेश दे दिए गए थे और विभागों द्वारा लगातार नोटिस की कार्रवाई की जा रही थी । खबर के असर के बाद सीतापुर के अन्य पत्रकार इंद्रपाल सिंह जब केशव ग्रीन सिटी की खबर बनाने बीती 3 जुलाई को पहुंचे तो उन्हें केशव ग्रीन सिटी के मालिक मुकेश अग्रवाल ने बंधक बना लिया और भद्दी भद्दी गालियां उस पत्रकार को दी और उपरोक्त टीवी पत्रकारों को भी कॉलोनी के मालिकों ने भद्दी भद्दी गालियां दी लेकिन उस बंधक बने पत्रकार ने अपने खुफिया कैमरे में यह पूरी वारदात कैद कर ली और पुलिस के आने के बाद उसे छोड़ दिया गया ।
जिस पर रामकोट पुलिस द्वारा केशव ग्रीन सिटी के मालिक मुकेश अग्रवाल पर बंधक बनाने का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया था। वहीं जब वीडियो की जानकारी मालिक मुकेश अग्रवाल को हुई तो मुकेश अग्रवाल उन दोनों टीवी पत्रकारों के घर पर आकर माफी मांगी जिस पर टीवी व मान्यता प्राप्त पत्रकारों ने लिखित माफी मांगने को कहा। जिसका वीडियो भी पत्रकारों के पास मौजूद है और जब मुकेश अग्रवाल को लगा कि लिखित माफी मांगने से वह फंस सकता है तो ठीक अगले ही दिन मालिक मुकेश अग्रवाल द्वारा अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो वायरल किया गया जिसमें उन्होंने 1 लाख रुपये मांगने का आरोप 2 मान्यता प्राप्त पत्रकारों हिमांशु सुधांशु पुरी व बंधक बनाया गया पत्रकार इंदरपाल पर आरोप लगाते हुए और आत्महत्या करने की धमकी दे डाली और कुछ ही देर बाद तीनो पत्रकारों पर रामकोट थाने में बगैर किसी सबूत के इन तीनों पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। जबकि 4 दिन बीत जाने के बाद भी मुकेश अग्रवाल द्वारा पुलिस को कोई भी प्रमाण नहीं दिया गया है जिससे पत्रकारों की छवि समाज में धूमिल हो रही है। वहीं इस प्रकरण के सामने आने के बाद श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी सीतापुर को ज्ञापन दिया ।वहीं कारवाई से बचने के लिए मुकेश अग्रवाल द्वारा अग्रवाल महासभा और व्यापार मंडल की तरफ से जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी को ज्ञापन दिया गया। सुधांशु पुरी के अनुसार इस मामले के बाद मानता प्राप्त पत्रकारों व टीवी पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे बगैर किसी सबूत के लिखाये गए हैं । इसके बाद टीवी व मान्यता प्राप्त पत्रकार सुधांशु पुरी ने अपने व अपने परिवार की जान को खतरा बताया है। सुधांशु पुरी द्वारा पुलिस को एक आईजीआरस की गई है जिसमे उन्होंने कहा है कि भू माफिया मुकेश अग्रवाल द्वारा कभी भी मेरी जान को खतरा है।वो किसी भी सडयंत्र में फांस सकता है। और पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। क्योंकि खबर प्रकाशित करने के बाद जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही किया जाना और 4 दिन बाद मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा किया जाना साफ तौर पर संकेत दे रहा है कि विपक्षी मुकेश अग्रवाल काफी लंबी पहुंच वाला है और जिससे मेरी जान को खतरा बना हुआ है क्योंकि प्रशासन द्वारा लगातार अवैध बनी केशव ग्रीन सिटी पर कार्रवाई जारी है ऐसे में मालिक मुकेश अग्रवाल से कभी भी मुझे व मेरे परिवार को जान का खतरा बना हुआ है जिसकी पूरी जिम्मेदारी मालिक मुकेश अग्रवाल पर होगी क्योंकि वह कभी भी किसी भी षड्यंत्र में मुझे व मेरे परिवार को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।