हुज्जाज व उमराह जा़यरीन हेतु स्वागत समारोह संपन्न

बिसवां , सीतापुर ( सिराज टाइम्स न्यूज़) इबादत का मक़सद अल्लाह की रजा़ और खुशनूदी है,  हाजियों ने भी भी अपना माल और वक्त खर्च करके हज की जो सआदत हासिल की ,मंशा अल्लाह की रजा़ व खुशनूदी ही है।  उक्त विचार इमाम ईदगाह बिसवां मौलाना जावेद इकबाल नदवी ने मदरसा जामिया फुर्कानिया में हुज्जाज व उमराह जा़यरीन के लिए आयोजित स्वागत समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए । आगे उन्होंने कहा कि अल्लाह की तौफीक से हमें यह सआदत नसीब हो गई है ,इसकी बक़ा व  ऐहतिराम का हमें लिहाज़ रखना पड़ेगा।  हमें इस बात का भी ध्यान रखना पड़ेगा कि सफर की तक़लीफ का हमने खंदापेशानी के साथ सामना कर लिया है  तो अब इसके जिक्र से अपने इस नेक और बसआदत अमल के अजर को कम न करें , याद रखें कि अब आप सब आम से खास हो गए हैं । अब आप अपने समाज में दीन के कामों में ताअवुन करें , सबसे बड़ी बात एकता व इजतिमाअत की दावत दें , इसी में हमारी और कौम मिल्लत की भलाई है।



 हाजी मौलाना आसिम इकबाल नदवी ने फरमाया कि अल्लाह पाक की जानिब से सफर हज की सआदत के लिए तौफीक मिल जाने का मतलब ही यही है कि अल्लाह ने हज कुबूल कर लिया है और ऐसा हमारा ईमान है कि बारी तआला उसे ही तौफीक देता है जिसे मकबूलियत के लिए मुंतखब कर लेता है। जलसे को हाजी सलीम नदवी ने भी संबोधित किया। नदवा विश्वविद्यालय से आए पयामे इंसानियत फोरम के मौलाना अरशद अली नदवी ने इंसानियत पर खयाल -ए- इज़हार किया। जलसे का आगा़ज़ रजा़-उल -हक की तिलावते कलाम पाक से हुआ , नाते पाक हाफिज शराफत बिसवांनी ने पेश किया। निजा़मत हबीब बिसवांनी ने की ।
इस अवसर पर हाजी शब्बीर खां, हाजी अब्दुल लईक़,  हाजी खालिद , हाजी अब्दुल अतीफ खां,  हाजी तारिक़ आदि हुज्जाज कराम को अंग वस्त्र ओढ़ाकर उपहार भेंट किए गए। इस अवसर पर मौलाना नूर-उल-हक नदवी,  मौलाना मुहम्मद वकास नदवी, कारी असद सीतापुरी , रिजवान खै़राबादी, मौलवी मस्तान मियां , मास्टर इस्लाम, मुफ्ती ग़जा़ली , का़री सलाहुद्दीन , सिराज अहमद सहित तमाम हुज्जाज, उलमा और हुफ्फाज़ मौजूद रहे । उक्त प्रोग्राम हाजी मौलाना आसिम इक़बाल नदवी की निगरानी में सफल रहा।



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