मन की ही गति से आत्मा को शरीर की प्राप्ति होती है : डाॅ अशर्फी
बिसवाँ, सीतापुर { सिराज टाइम्स न्यूज़ } आर्य समाज मंदिर के वार्षिकोत्सव के द्वितीय दिवस के रात्रिकालीन कार्यक्रम में प्रयागराज से पधारे उपदेशक आचार्य डाॅ अशर्फी लाल ने वेद की चर्चा करते हुए कहा कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण मन है।यहीं बन्धन में डालता है व यही मुक्ति प्रदान करने वाला। मन की ही गति से आत्मा को शरीर की प्राप्ति होती है।
अन्य विद्वानों में नेम प्रकाश आर्य, विमल किशोर आर्य, पंअनिल दत्त, आर्य आचार्या संध्या, पं जुगल किशोर, प्रेम चन्द्र आर्य, आदि ने भी वेद की चर्चा की।संचालन संस्था के मंत्री अजीत आर्य ने किया।
कार्यक्रम में संस्था के प्रधान वीरेन्द्र बहादुर आर्य कुलदीप सिंह, कैलाश पति रस्तोगी , सरोज गुप्ता , कुसुम आर्य, सीमा रस्तोगी ,अमर चन्द्र शर्मा, अनिल श्रीवास्तव ,आनन्द खत्री,सुनीता रस्तोगी, रमापति रस्तोगी ,त्रिलोकी नाथ रस्तोगी राम औतार पुतान लाल सहित नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।