प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर अंकुश लगाया जाए
सीतापुर। गहराते आर्थिक संकट और जनता की बढ़ती कठिनाइयों के विरूद्ध वामपंथी दलों ने सारे देश में 10 से 16 अक्तूबर 2019 तक प्रतिरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की विगत दिनों संपन्न राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ने इसे सफल बनाने का आह्वान किया। इसी अभियान के अंतर्गत आज राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया जिसके अंतर्गत निम्न मांगें प्रमुख रूप से उठायी गयीं।
रोजगार पैदा करने को सार्वजनिक निवेश बढ़ाया जाये। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाये, आर्थिक मंदी से उबरने के नाम पर कारपोरेट्स को एक के बाद एक दिये जारहे आर्थिक पैकेजों को निरस्त कर उस धनराशि को जनता की क्रय शक्ति बढ़ाने में लगाया जाये,
श्रमिकों को न्यूनतम रुपये 18,000 प्रतिमाह वेतनमान सुनिश्चित किया जाये , हाल ही में आर्थिक मंदी के चलते बन्द अथवा आंशिक रूप से बन्द हुये उद्योगों से बढ़ी तादाद निकाले गये श्रमिकों और कर्मचारियों के जीवनयापन के लिये सरकार द्वारा जीवनयापन लायक मासिक वेतन देना सुनिश्चित किया जाये, सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण कतई बन्द किया जाये. रक्षा उत्पादन और कोयला क्षेत्र में 100 प्रतिशत विदेशी निवेश की योजना को वापस लिया जाये। बीएसएनएल, ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीज, भारतीय रेल, एयर इंडिया आदि में बड़े पैमाने पर किये जारहे निजीकरण को फौरन रद्द किया जाये , निर्धारित न्यूनतम वेतन पर साल में कम से कम 200 दिन तक रोजगार देने और पिछले बकायों का भुगतान कराने हेतु मनरेगा हेतु बजट आबंटन को बढ़ाया जाये , क्रषि एवं किसानों के गहरे आर्थिक संकट और उसके कारण उनकी बढ़ती आत्महत्याओं से निपटने को एकमुश्त ऋणमाफी की जाये। साथ ही फसलों का लागत से डेढ़ गुना मूल्य दिया जाना सुनिश्चित किया जाये ,होमगार्डों के ख़त्म किये गये पद पुनः बहाल किये जाएँ और होमगार्डों को पुलिस सिपाही के बराबर वेतन दिया जाए| प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर अंकुश लगाया जाए| इस अवसर पर भाकपा जिला संयोजक एम सलाहुद्दीन, भाकपा माले जिला सचिव अर्जुन लाल, एक्टू नेता गया प्रसाद, कामरेड अनवर सिद्दीकी, कामरेड संतराम, मेवालाल, अवनीश चन्द्र त्रिवेदी, संजीव मिश्र 'पूनम', मुबीन अय्यूबी, ज़हीरुद्दीन, सहर सीतापुरी, सिराज अहमद, रामचन्द्र वर्मा, रामसेवक सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।