2020 के लिए दो लाख हज यात्री जाएंगे, 5 दिसंबर तक ही होंगे आवेदन
● हज अब पूरी तरह डिजिटल हो गया है
नई दिल्ली। 2020 में कुल दो लाख हज यात्री जाने हैं। इसके लिए 5 दिसंबर तक आवेदन की अंतिम तिथि है। हज अब पूरी तरह डिजिटल हो गया है। भारत ऐसा पहला देश बन गया है जहां हज यात्रियों के आवेदन से लेकर उनकी मंजूरी, वहां उनके ठहरने और आवागमन के लिए बस, स्वास्थ्य सुविधाओं की सारी जानकारी मोबाइल पर उपलब्ध होगी। वहीं सउदी अरब के साथ हुए समझौते के बाद अब हज यात्रियों को 'ई मसीहा' स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी जिसमें संबंधित यात्री के स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां आन लाइन होंगी ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल उपचार हो सके। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने रविवार को सउदी अरब के हज मंत्री मोहम्मद सालेह बिन ताहेर बेन्तेन के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया। पिछले कुछ वर्षो में हज को लेकर बड़े सुधार किए गए हैं। एक तरफ जहां भारत से हज यात्रियों का कोटा बढ़ाया गया है और अब भारत से सबसे ज्यादा यात्री जाएंगे। वहीं इसे पूरी तरह पारदर्शी कर दिया गया है। हज 2020 में इसका पूरा प्रदर्शन होगा। आनलाइन आवेदन, इ वीजा, हज मोबाइल एप, लगेज, प्री टैगिंग जैसी व्यवस्था की गई है जो यात्रा को सुगम बनाएगी। यात्रियों का मक्का मदीना में किस बिल्डिंग के किस कमरे में ठहरना है, हवाई अड्डे पर उतरने के बाद कितनी नंबर बस से जाना है यह जानकारियां पहले ही उपलब्ध होंगी। इसके अलावा यात्रियों के मोबाइल को एप से जोड़ जाएगा ताकि उन्हें सभी संबंधित जानकारियां मिलती रहें। भारत से जाने वाले सभी हज यात्रियों के पास हेल्थ कार्ड होगा और सउदी अरब के इ मसीहा एप के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जरूरत पड़ने पर तत्काल उपचार हो सके। ध्यान रहे कि कुछ वर्षो पूर्व भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए हज को सब्सिडी से मुक्त कर दिया था। लेकिन सुविधाएं बढ़ाई गईं। मसलन यह सुविधा भी दी गई कि कोई भी यात्री किसी भी चुने गए 21 स्थानों में से किसी भी जगह से बोर्ड कर सकते हैं। दरअसल, अलग-अलग स्थानों पर किराए का अंतर है। एक बड़ा सुधार करते हुए इसका भी फैसला लिया गया था कि मुस्लिम महिलाएं चाहें तो बिना किसी पुरुष के भी एक छोटे समूह में जा सकती हैं। वहीं दूसरी ओर हज ख्वाहिशमंद अंतिम तिथि केवल 5 दिसंबर होने के कारण मायूस भी दिखाई दे रहे हैं।