भाकपा के बैनर तले प्रतिवाद मार्च मे कहा शूद्रों को फिर से शूद्र बनाने की योजना है एनआरसी
सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) भाकपा व भाकपा माले ने संयुक्त रूप से नागरिकता संशोधन कानून और एन०आर०सी० के विरोध में प्रतिवाद मार्च का आयोजन किया और सभा करके पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव कामरेड अर्जुन लाल ने कहा कि एनआरसी के ज़रिये शूद्रों को फिर से शूद्र बनाने की भाजपा की योजना असफल हो जाएगी। मोदी सरकार भारतीय संविधान को बदलकर मनुस्मृति का कानून देश पर थोप कर संघी एजेंडा लागू कर रही है| एनआरसी के ज़रिये देश में सभी को अपनी नागरिकता साईट करनी पड़ेगी| जिस देश का प्रधानमंत्री अपनी डिग्री नहीं दिखा सकता वहां की जनता अपनी नागरिकता साबित करने के लिए अपने पुराने कागज़ात कहाँ से लाएगी| करोड़ों भूमिहीन परिवार एनआरसी से बाहर हो जायेगे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला प्रभारी एम सलाहुद्दीन ने कहा कि एनआरसी में जो लोग अपने दस्तावेज़ नहीं दिखा पाएंगे उनमें से हिन्दुओं को नए नागरिकता कानून से भारत की नागरिकता दे दी जाएगी, उन्हें सरकारी सुविधाओं से भी वंचित नहीं किया जायेगा परन्तु मुसलमानों को किसी भी तरह से देश में रहने नहीं दिया जायेगा इसलिए एनआरसी के पूर्ववर्ती कानून के रूप में नागरिकता कानून में संशोधन किया गया है| एनआरसी और सी०ए०ए० काला कानून है जो संविधान की मूल भावना को तार-तार कर रहा है| ये देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर सीधा हमला है| केंद्र की मोदी सरकार हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे और देश की एकता-अखंडता को तोड़कर देश को दंगों की आग में झोंकना चाहती है। देश का अमन पसंद नागरिक इसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा। एक्टू नेता कामरेड गया प्रसाद ने कहा कि एनआरसी पूरी तरह जन विरोधी है इसे तत्काल रद्द किया जाये। मोदी-शाह की गुंडई ने देश को गृह युद्ध की स्थित में लाकर खड़ा कर दिया है। लालबाग पार्क में ही सिटी मजिस्ट्रेट पूजा मिश्र ने आकर ज्ञापन प्राप्त किया। इस मौके पर शावेज़ खान, सिराज अहमद, शीबू, शारिक, हरिगिरधर, अनवर अली आदि कार्यकर्ताओं के साथ आम नागरिक मौजूद रहे।