एनआरसी और सी०ए०ए० काला कानून है जो संविधान की मूल भावना को तार-तार कर रहा है : एम सलाहुद्दीन
सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) आज हजारों की संख्या में वामपंथी दलों द्वारा लालबाग पार्क में एकत्रित हुए लोगों को प्रशासन ने कोतवाल अम्बर सिंह की अगुवाई में भारी पुलिस फ़ोर्स के दम पर जबरन रोककर विरोध मार्च को बाधित किया। बाद में लालबाग पार्क में सिटी मजिस्ट्रेट पूजा मिश्र ने आकर ज्ञापन प्राप्त किया, जिसमें राष्ट्रपति से मांग की गयी कि, केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लाया गया नागरिकता संशोधन कानून जनविरोधी और संविधान की धर्मनिरपेक्ष आत्मा को चोट पहुँचाने वाला है, इससे करोड़ों दलित, पिछड़े, मुसलमान अपने संविधानिक अधिकारों से वंचित हो जायेंगे| इसे तत्काल रद्द किया जाए, केंद्र सरकार द्वारा लाया जा रहा एन०आर०सी० जन विरोधी है| इससे देश का अमन चीन बिगड़ने वाला है| इसे आने से रोका जाए, एन०आर०सी० शूद्रों को पीछे धकेलने का काम करेगा और नागरिकता संशोधन कानून देश के करोड़ों लोगों को फिर से गुलाम बनाने तथा इसकी आड़ में संविधान को हटाकर मनुस्मृति लागू करने के एजेंडे को तत्काल रोका जाए, सरकार की संविधान विरोधी, जनविरोधी और दमनकारी नीतियों पर अंकुश लगाया जाए, पुलिस द्वारा मासूम विद्यार्थियों पर होने वाले बर्बर ज़ुल्म की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाये, पुलिस, सेना और अर्द्धसैन्य बालों के राजनीतिकरण पर अंकुश लगाया जाए , दिनोंदिन बढती साम्प्रदायिकता को रोका जाए।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला प्रभारी एम सलाहुद्दीन ने कहा कि देश में सेना और अर्द्ध सैनिक बालों का राजनीतिकरण हो रहा है जो एक खतरनाक प्रवृत्ति है और देश को तानाशाही की तरफ ले जा रही है| एनआरसी और सी०ए०ए० काला कानून है जो संविधान की मूल भावना को तार-तार कर रहा है| ये देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर सीधा हमला है| केंद्र की मोदी सरकार हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे और देश की एकता-अखंडता को तोड़कर देश को दंगों की आग में झोंकना चाहती है।
इस अवसर पर अक्षय कुमार, रामलखन, सूरज, सुशील, अर्जुन लाल, रामपाल, श्यामू, राधेश्याम, गायत्री, सावित्री, नंदरानी, रेखा, आशा, सोहिनी, विद्या, सुमन, सुंदरी , रामसनेही वर्मा, अविनाश चन्द्र त्रिवेदी, शावेज़ खान, सिराज अहमद, शीबू, शारिक, हरिगिरधर, लाल मिश्र, अनिल कुमार, सोहन लाल, अनवर अली, सहर सीतापुरी, मो० अहमद खान, कौशल किशोर, राजू, भोलू, सोबरन आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।