सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, हर एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए
हैदराबाद । हैदराबाद की डॉ प्रियंका रेडी के दुष्कर्म और उसकी निर्मम हत्या के सभी चारो आरोपियों को तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार सुबह को एक एनकाउंटर में मार गिराया। रिपोर्टों के मुताबिक, पुलिस क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए आरोपियों को मौका-ए-वारदात (नेशनल हाइवे-44) पर ले गई थी लेकिन वे फरार होने लगे। पुलिस ने फायरिंग की जिसमें सभी आरोपी मारे गए। इस घटना की अधिकांश नेताओं और दिग्गज हस्तियों ने सराहना की है, वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता शशी थरूर, माकपा नेता सीताराम येचुरी और भाजपा सांसद मेनका गांधी ने इस तरीके पर सवाल उठाए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस एनकाउंटर पर लोग खुशी जता रहे हैं। लेकिन, यह चिंता का विषय है कि लोगों का क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम से भरोसा उठ गया है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार सो रही है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस को भी तेलंगाना पुलिस से सीख लेनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से इन राज्यों में अपराधियों की मेहमाननवाजी की जाती है। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि पुलिस ने साहसिक काम किया है। मुझे लगता है कि इस न्याय से देश की जनता को सकून मिला है।
रिपोर्टों में पुलिस कमिश्नर के हवाले से कहा गया है कि तेलंगाना पुलिस चारों आरोपियों को उस फ्लाइओवर के नीचे लेकर गई थी जहां उन्होंने पीड़िता को आग के हवाले किया था। उस जगह पर क्राइम सीन को रीक्रिएट किया जा रहा था तभी चारों आरोपी भागने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी और त्वरित कार्रवाई करते हुए गोलियां चलाईं जिसमें चारों मारे गए। फिलहाल, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मुठभेड़ स्थल पर पहुंच चुके हैं और जांच पड़ताल जारी है। इस एनकाउंटर को लेकर राजनेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। अधिकांश नेताओं ने हैदराबाद पुलिस की तारीफ की है तो कुछ ने इस पर सवाल भी खड़े किए हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, हर एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए।