जश्ने दस्तार मिश्कात व इजलासे आम का हुआ आयोजन

बिसवां, सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) फुर्कानिया एजुकेशनल सोसाइटी  के बैनर तले नगर के मदरसा अल जामिअतुल फुर्कानिया  में जश्ने दस्तार मिश्कात व इजलासे आम का आयोजन हुआ। जिसमें  शेखुल हदीस दारुल उलूम नदवतुल उलेमा लखनऊ के मौलाना मो० जकरिया का़समी ने 15 विद्यार्थियों को  मिशकात शरीफ का आखरी सबक पढ़ा कर कर पढ़ा कर कर पढ़ा कर मुकम्मल कराया। इस दौरान श्री का़समी ने मिशकात शरीफ  की दो हदीसों पर रोशनी डाली। आगे उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि जन्नत एक मैदान के जैसा है उसमें पेड़ लगाने के लिए अल्हम्दुलिल्लाह, अल्लाहू अकबर, सुब्हान अल्लाह का खुदा बंदे को जिक्र को जिक्र करना होगा।


मौ० नियाज़ अहमद नदवी ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के मसले में अपने से छोटे को देखना चाहिए और दीन के मसले में अपने से बड़े को देखना चाहिए । आगे उन्होंने कहा कि आदमी के आमाल उसके जिंदा रहने तक हैं, लेकिन सदक़-ए- जारिया ऐसा अमल है, जिसको करने से मरने के बाद भी मुसलसल सवाब मिलता रहता है। मदरसा बनवाना, मस्जिद बनवाना ,अच्छे इंसान बनाने के लिए अच्छे इदारे बनाना, अपनी औलाद को दीनी तरबियत देना आदि सदक़-ए- जारिया के रूप है। जलसे की निजा़मत  मौलाना जलीस अहमद दिलकश  ने किया। अंत में  15 विद्यार्थियों को पगड़ी बांधकर उपहार दिए गए। उक्त कार्यक्रम का समापन मौ० नियाज़ अहमद नदवी की मुल्क मे खुशहाली- तरक्की हेतु विशेष दुआ पर हुआ।


इस मौके पर मौ० मुफ्ती हिलाल अहमद का़समी, इमाम ईदगाह बिसवां मौ० जावेद इक़बाल नदवी, मौ० आसिम इक़बाल नदवी,मौ० नूरूल हक नदवी ,एजाज़ नकवी (प्रत्याशी, सदस्य विधान परिषद लखनऊ खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र)  , हाफिज शराफत, हाफिज मुशीर, मौ० ग़जा़ली, सिराज अहमद, वहाजुद्दीन ग़ौरी, मास्टर इस्लाम, हाजी मस्तान, डॉ० शाहिद,  डॉ० आसिफ सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। 




 


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