महादेव का अद्भुत अवतार

संडीला, हरदोई  (नूरुद्दीन नूर की रिपोर्ट) संडीला के ग्राम टिकरा कला निवासी लालजी शुक्ला पुजारी ने बताया कि मंदिर की नींव 1965 में रखी गई थी उस समय उनका नाम तुरंत नाथ था 2005 में पुजारी द्वारा इस रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया था तभी श्री महाकालेश्वर महादेव की लाट रखी गई थी तब वह तीन कोने की थी जो अब अपना आकार गोल तथा दिन में शिवलिंग तीन कलर की हो जाती है बुद्धेश्वर सहता का नवां अध्याय शिव पुराण में दिया है जहां शंकर जी के लिंग की पूजा होती है वहां शिव जी स्वयं मौजूद रहते हैं अमावस्या के पहले महाकालेश्वर नाथ मंदिर आ करके ओम नमः शिवाय का जाप के साथ भोले बाबा के दर्शन करें और महाकालेश्वर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करें।  यह जानकारी नूरुद्दीन नूर  के माध्यम से दी गई।


 


 


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