फ्री राशन सिर्फ कागजों पर ही वितरण हो रहा
(मुश्ताक अली की रिपोर्ट)
खैराबाद ,सीतापुर। नगर क्षेत्र अंतर्गत शासन के निर्देश अधिकारी के आदेश कोटेदार जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं । बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा जिले के कोटेदार को 1 अप्रैल से राशन कार्ड धारकों को मुफ्त राशन बांटने का फरमान जारी कर दिया किंतु जिलाधिकारी के सुनाए हुए फरमान से गरीबों कार्डधारक को भिखारी बना दिया गौरतलब है कि शासन के निर्देश जिले के सूबेदार को मिला आदेश गरीब कार्ड धारक को मुफ्त राशन वितरण कराया जाए लेकिन पिछले महीनों की तरह इस बार मुफ्त राशन के नाम पर जमकर गरीबों से पैसा वसूल किया जा रहा है जबकि कोरोना वायरस की महामारी से गरीब मजदूर तबके के लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए इसके बावजूद गरीब लोग एक दूसरे से कर्ज लेकर गल्ला उठाया रहे है यही नहीं राशन की पूरी भरपाई देने के बावजूद कोटेदार प्रत्येक राशन कार्ड से 2 किलो यानी 1 किलो चावल और 1 किलो गेहूं की घटतौली कर रहा है कोटेदार ने बताया कि बोरे का वजन काट रहे हैं राशन लेना हो तो लो वरना यहां से रफूचक्कर हो जाए अफसोस शासन के आदेश कि आखिर कौन धज्जियां उड़ा रहा है जब शासन एक्शन में आती है तो प्रशासन अपनी बगले झांकने लगते हैं और एक दूसरे पर जवाबदेही करने लगते हैं जबकि नगर व जिले के कि कई संस्थाएं मसीहा के रूप मे गरीबों के घर पर मदद के लिए फ्री मैं राशन सब्जी भेज रहे हैं लेकिन आला प्रशासन आखिर कब जागेगा कार्ड धारकों ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार गल्ला फ्री बांटने का है तो कोटेदार साफ कहता है कि गल्ला अपनी रकम से खरीदा है अगली बार अगर शासन द्वारा आएगा तो देखा जाएगा।