चीन के चंगू मंगू ने ये मौत की खाईं खोदी है

बिसवां, सीतापुर। कमलेश मौर्य मृदु द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति मे निम्न जानकारी दी गई। कविता के माध्यम से लाकडाउन के अनुपालन के लिए जागरूक करने का संकल्प लेकर नवांकुर साहित्य मंच का नवां ई कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसकी अध्यक्षता की वरिष्ठ कवि मनोज मिश्र शीत ने व मुख्य अतिथि शोभा दीक्षित भावना ने सरस्वती वंदना प्रसतुत करते हुये आनलाइन कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया. संचालन की बागडोर सम्हाली कमलेश मौर्य मृदु ने. सिधौली के नवनीत मिश्र नवल ने देशवासियों से अपील करते हुये कहा.. 
चलो घर में रहें अपने न तुम आओ न हम आयें.
कोरोना से सुरक्षित हम रहें औरों को समझायें.
पीलीभीत से अमित सिंह चौहान ने कोरोना की इस विभीषिका में भी आवश्यक सेवा में लगे हुये लोगों की वेदना को रेखांकित किया... 
इंसान हैं हम भी मगर कुछ कह नही सकते.
भले ही लाख आंसू आयें लेकिन बह नहीं सकते.
ग्वालियर की कु. दीप्ति दीप ने देशकी तमाम विसंगतियों पर तीखी टिप्पणी की.. 
कृषिप्रधान इस देश में हैं किसान बेहाल.
सबसे ज्यादा मस्त हैं नेता और दलाल.
पटल के संस्थापक व संयोजक नितिन मिश्र निश्छल ने कहा.... 
अभी हर रुप में ढल जायेंगे.
जैसे बदलोगे बदल जायेंगे.
आनंद खत्री आनंद ने देशवासियों का आह्वान किया.. 
आवो सब मिल देश बचायें.
कोरोना को मार भगायें.
घर के बाहर कभी नजायें, 
यदि जायें तो मास्क लगायें.
श्रीमती शोभा दीक्षित भावना के मुक्तक  और गजल खूब सराहे गये.. 
ये कैसा दिन है अंधियारे बहुत हैं.
अभी आकाश में तारे बहुत हैं.
उन्हें रक्खा है अपनी डिग्रियों में, 
तुम्हारे खत हमे प्यारे बहुत हैं.
संचालक कमलेश मौर्य मृदु ने लाकडाउन मै बढी हुयी दाढ़ी पर व्यंग्य करते हुये कहा... 
घर से जो निकले अपने को बराती समझ कर. 
आदाब अर्ज करते सब खैराती समझ कर. 
आये जो सड़क पर तो पुलिस वाले मिल गये, 
दौड़ा लिए मृदु हमको वे जमाती समझ कर. 
कवि सम्मेलन के अध्य्क्ष मनोज मिश्र शीत ने कोरोना संकट पर चीन को कोसते हुए कहा.. 
चीन के चंगू मंगू ने ये मौत की खाईं खोदी है.
पूरी दुनिया में मातम है विश्व की जनता रो दी है.
संयोजक नितिन मिश्र निश्छल ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। यह जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई। 


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