मुख्तार अहमद ने की लॉक डाउन मे असहायों की मदद
नजीबाबाद , बिजनौर (अब्दुल रऊफ की रिपोर्ट) मिली जानकारी के अनुसार मुख्तार अहमद उर्फ किट्टू मोहल्ला रामपुरा नजीबाबाद से ने इस वक्त देश के गरीबों की जरूरत थी उसका पूरा करने के लिए अपना जो योगदान दिया है । वो काफी काबिले तारीफ है उन्होंने गरीबों को ढूंढ कर उनकी पहचान कर ताकि जो मदद उनकी तरफ से हो सके वह जरूरतमंद को ही पहुंच सके ऐसा ना हो कि हमारी यह मदद करना गरीबों तक ना पहुंच सके और गरीब भूख की हालत में परेशान रहे और घर से बाहर निकल आए उन्होंने अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की सराहना करते हुए कहां सेकंड लॉक डाउन का फैसला बहुत सही वक्त पर लिया उन्होंने कहा अगर यह फैसला ना आता और लोग डॉन में कुछ छूट भी दी जाती तो महामारी का जो खतरा पैदा होता वह संभालना मुश्किल हो जाता आज गरीब लोग अपने देश के लिए परेशानियां उठा रहे हैं और बर्दाश्त कर रहे हैं किट्टू जी ने कहा की गरीबों को ढूंढ ढूंढ कर उनकी मदद की जाए उन्होंने देशवासियों से भी अपील की है कि वह अपने आसपास के गरीब लोगों को ढूंढे और जरूरतमंद की जरूरतों को पूरा करें उन्होंने कहा हम खुद गरीबों की मदद के लिए हर वक्त खड़े हैं कहीं छुप कर मदद की जा रही है कहीं सामने आकर भी मदद कर रहे हैं ताकि कुछ और लोग सामने आकर गरीबों की मदद कर सकें आज हमारे देश को जरूरत है कि हम अपने देश के लिए एक मिसाल बनकर उभरे आज हमारा देश इस बीमारी करो ना वायरस से बचने के लिए अहम कदम उठा रही है हमें भी चाहिए कि हम अपने देश की सेवा के लिए खड़े हो और लोग डॉन का पालन करते हुए अपने अधिकारियों का साथ दें और जरूरतमंद की जरूरतों को पूरा किया जाए ताकि हर शख्स अपने घर के अंदर रहे और उनकी जरूरतों का सामान उन तक पहुंचता रहे अगर हम ऐसा करते हैं तो हमारे देश के लिए
और आखिरत के लिए भी बहुत जरूरी ह उन्होंने कहा इस बीमारी का कोई धर्म नहीं जो घर से बाहर जाएगा अपने घर वालों के लिए परेशानी लेकर आ जाएगा उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिसका पालन करने का हुक्म दिया है उसका हम पालन करें और अपने देशवासी होने का सुबूत दे और किसी के लिए परेशानी का सबब ना बने और अपने परिवार के लिए भी परेशानी का सबब ना बने उन्होंने कहा इस तरह की मदद कर कर जो उनके दिल को सुकून मिला है वह आज से पहले कभी नहीं मिला वह हमेशा इस मदद के लिए अपनी जान माल से हमेशा खड़े रहेंगे। उक्त रिपोर्ट अब्दुल रऊफ ने दी ।