विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ
बिसवां, सीतापुर। एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया गया कि साहित्य सृजन मंच के संयोजन में एक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। साहित्यकार संदीप मिश्र 'सरस' ने कहा- "आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी निराशाजनक तथ्य यह है कि हम मातृभाषा हिन्दी को आधिकारिक रूप से राष्ट्रभाषा नहीं बना सके। हमें यह संकल्प लेना होगा कि हिन्दी को उसका वास्तविक मान दिलायेंगे। हिन्दी भारत की धड़कन है। आज का दिन हिन्दी के प्रति अधिक दृढ़-संकल्पित होने का दिन है। हिन्दी को अधिकारिक कार्यों में भी अधिकाधिक महत्व देना होगा।" गोष्ठी में कवियों एवं साहित्यकारों ने हिन्दी की आवश्यकता और महत्व को रेखांकित करते हुए अपने विचार रखे।