जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने रामप्रकाश और रामबरन को दी विशेष मदद

नई दिल्ली  (सिराज टाइम्स न्यूज़)  मिली जानकारी के अनुसार देश के सबसे बड़े सामाजिक संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने  पिछले साल दिल्ली दंगो मे शिव विहार मे रहने वाले रामप्रकाश और रामबरन की दुकानो को दंगाईयो ने 'दूसरे' संप्रदाय की दुकान समझकर जला दिया था, जमीयत ने उक्त दोनों को जीवीका  चलाने हेतु आर्थिक सहायता दी है। बता दें कि जमीयत उलेमा  मज़हब ,सम्प्रदाय एवं धर्म देखकर काम नहीं करती। आज़ादी के लिए हिन्दू - मुस्लिम सबको मिलाकर अंग्रेजों से लड़ने के लिए तारीख में दर्ज है तो आज़ाद भारत में भी स्कूल कॉलेज के साथ बहुत से फलाही कामों के लिए जाना जाता है। जमीयत ने अनगिनत हिन्दू बेगुनाहों को मुकदमे में मददगार बनकर छुड़ाने का भी काम किया है। 

दिल्ली में जमीयत एक साल से लगातार रिलीफ वर्क कर रही है सबसे पहले तबाही का शिकार हुए हज़ारों परिवारों को कैंप लगाकर एक जगह आसरा दिया, फिर इन्हीं कैंपों में अपनी लीगल टीम लगाकर सबके मुकदमे लिखवाए, दंगा पीड़ितों के टूटे फूटे घर दोबारा बनवाकर सबको उनके घरों में आबाद किया। तमाम उजड़ी मस्जिदों की मरम्मत री-कन्स्ट्रक्शन कराके आबाद किया। गोकुल पुरी टायर मार्केट जो पूरी तरह जलाकर खाक कर दी गई थी जमीयत ने पूरी मार्केट नई बनाकर खड़ी कर दी, आज वही मार्केट जमीअत टायर मार्केट कही जाती है। इसके अलावा जमीयत दंगों में मुकदमों का सामना कर रहे सभी बेगुनाहों को कानूनी मदद मुहैया करा रही है। उक्त जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है।

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