भारत में कोरोना फैलने के लिए तब्लीगी जमात को जिम्मेदार ठहराने वाली मेडिकल पुस्तक का प्रकाशन वापस लिया !
नई दिल्ली (सिराज टाइम्स न्यूज़) जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि
माइक्रो बोइलोजी पुस्तक के तीसरे संस्करण की धारा 8 में भारत में कोरोना फैलने के लिए तब्लीगी जमात को जिम्मेदार बताया गया है। इस विवादास्पद पाठ के सामने आने के बाद लोगो में नाराज़गी थी, यह इस वजह से भी कि आधुनिक पीढ़ी को कुछ अप्रासंगिक और निराधार पाठ पढ़ाया जा रहा है, ये एक ऐसी बात है जो एक समय में संप्रदायवादी पार्टी का एजेंडा रहा है और जिसे देश की अदालतों ने निष्कासित कर दिया था।
नई दिल्ली में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने इस पर चिंता व्यक्त की और मेडिकल किताब में इस तरह के बकवास के प्रकाशन को देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। मौलाना मदनी के निर्देश पर मौलाना हकीमुद्दीन कासमी, सचिव जमीयत उलेमा-ए-हिंद के नेतृत्व में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज दोपहर दरिया गंज में जेपी पब्लिशिंग हाउस का दौरा किया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि इस पुस्तक का प्रकाशन रोक दिया जाए और इसे जहाँ भी भेजा गया है, वापस ले लिया जाए, और उपरोक्त पाठ को हटाने के बाद ही इसे पुनः प्रकाशित किया जाए। इस के जवाब में वहां मौजूद अधिकारी ने कहा कि इस पुस्तक का प्रकाशन रोक दिया गया है और नए संस्करण में इस पाठ को हटा दिया गया है। उन्होंने नया और पुराना संस्करण प्रस्तुत किया और यह भी कहा कि वह जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी को माफी पत्र भी भेजें ताकि इस संबंध में कोई गलतफहमी न हो। उक्त जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई।