कोरोना में बुजुर्गों का साया हमारे सरों से उठ रहा है : मो० आरिफ़ नगरामी
लखनऊ (सिराज टाइम्स न्यूज़) वरिष्ठ पत्रकार , लेखक और समाजसेवी मो० आरिफ़ नगरामी ने सिराज टाइम्स समूह के उप संपादक वहाजुद्दीन ग़ौरी को एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि कोरोना वायरस के हालिया और खतरनाक दौर में जिस तरह मुअम्मिर अफराद के साथ साथ इल्म व दानिश के चिरागों का बुझ जाना बेहद तकलीफ देह है जिससे इस समाज में एक खला पैदा हो चुका है और इसके नतीजे में एक बडे जेहनी जजबाती और नफसियाती बोहरान का शिकार हो सकते हैं । वाजेह रहे कि दुनिया में निजा़में कुदरत की अताकरदा बेशकीमत नेअमतों की कद्र अफजाई का सलीका हमने अपने बुजुर्गों से सीखा हे और हमारे बुजुर्गों ने अपने बुजुर्गों से सदहा साल से नस्ल दर नस्ल सीखने और सिखाने और जिन्दिगी को बेहतर बनाने का यह अमल जारी और सारी है। हमारे बुजुर्ग हमारी जिन्दिगी के हर मरहले मेें हमारी रहनुमाई और सरपरस्ती करते रहते है। इसके पसेेपुश्त उनका एक ही मकसद होता है कि नई नस्ल उन परेशानियों और मुशकिलात से न दो चार हों जिनसे हमारा साब्का पडा। हमारे बुजुर्ग हमारी रहनुमाई और सरपरस्ती के साथ साथ जेहनी फिक्री और अखलाकी तरबियत भी करते है। इस तरबियत पर हमारे मुस्तकबिल की ज...