कामना से युद्ध हो गया, चित्तभाव शुद्ध हो गया
बिसवाँ, सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) महात्मा बुद्ध जन्मोत्सव के रूप में साहित्य सृजन संस्थान के बैनर तले ई- समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संदीप मिश्र सरस ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि डॉ विद्यासागर मिश्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन दीप्ति गुप्ता ने किया
इस मौके पर डॉ विद्यासागर मिश्र ने सुनाया, "गन्ना,गेहूं,सरसों व धान और मक्का जैसी, फसलों को उपजाता यहां का किसान है। तैतीस करोड़ देवी देवताओं वाला देश, कहलाता इसीलिये भारत महान है।।"
साहित्यकार संदीप मिश्र सरस ने पढ़ा, "कामना से युद्ध हो गया। चित्तभाव शुद्ध हो गया। पंचशील सूत्र धारकर, रोम रोम बुद्ध हो गया। कवि रामकुमार सुरत ने अपने शानदार काव्य पाठ में पढ़ा, "उम्र भर दूध जिनको पिलाते रहे, क्या पता था ग़रल ही उगल जाएंगे। हांथ भी मुस्कुराकर मिलाते रहे, क्या पता था हमें ही निगल जाएंगे।।" आयोजन में शिवेंद्र मिश्र शिव रामदास रतन, हरिश्चंद्र गुप्त, आनन्द खत्री, विजय रस्तोगी, शिवप्रताप सिंह चौहान, सहित कई साहित्यकार उपस्थित रहे।