मदरसा फुर्कानिया तथा मदरसा इस्लामिया में दस्तारबंदी संपन्न

बिसवां,सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) फुर्कानिया एजुकेशनल सोसाइटी के तत्वावधान में मरहूम अफजल हुसैन तथा मरहूम डा० तवक्कुल हुसैन की स्मृति में अल जामियतुल फुर्कानिया में जलसा दस्तार मिशकात व हिफ्ज इजलासे आम का आयोजन हुआ।


 जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर दारुल उलूम नदवतुल उलमा लखनऊ से प्रकाशित अरबी पत्रिका के संपादक मुफ्ती सय्यद जाफर मसऊद हसनी ने भारी हुजूम को संबोधित करते हुए कहा कि अल्लाह पाक ने अपना जिक्र करने के बाद वालिदेन का जिक्र किया है। इसलिए हमें हुस्ने सलूक करना चाहिए। यहां तक कि उफ तक मत करना, उनको कभी झिडकना नहीं, उनसे बड़े अदब से बात करना और नियाजमंदी और आजजी के साथ झुक कर बात करना। 


आगे उन्होंने कहा कि अपने वालिदेन से इतनी नरमी से बात किया करो कि वह आपसे बात करने में कोई संकोच ना किया करें। याद रखिए अगर मां-बाप का दिल दुखता है तो आपको जो बुलंदी मिलनी थी वह जवाल में बदलने लगती है। श्री हसनी ने कहा कि जब हम अपने बच्चों को ऐसी तालीम दिलाएंगे जो अल्लाह से डराती हो तभी हमारे बच्चे अपने मां-बाप की कद्र करेंगे।


मौलाना जावेद इकबाल नदवी ने कहा कि आज भी हम तालीम के मैदान से कोसों दूर हैं, चाहे वह दीनी हो या फिर दुनियावी मैदान। जिसका उदाहरण है कि हम अपनी तादाद के बराबर भी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त नहीं कर रहे हैं। बिना इल्म के हम किसी समाज में खड़े होने व जाने के काबिल नहीं है, लोग हमें किनारे व नज़रअंदाज़ कर देंगे।


 मौलाना अब्दुल हसीब नदवी ने अपने संबोधन में कहा कि कुरआन पाक हर रास्ते की रहनुमाई व तलकीन करता है। चाहे वह इस्लाह या मुआशिरे का रास्ता हो। कार्यक्रम का सफल संचालन मुफ्ती अब्दुल्लाह गजाली नदवी ने किया, नाते पाक हाफिज शराफत व कारी इरशाद साजिद ने पेश किया। कयादत, संडीला से आए वरिष्ठ समाजसेवी हाजी जमील की रही।


कार्यक्रम के अंत में मेहमानों के प्रति आभार मौलाना आसिम इकबाल नदवी, नाजिम ने व्यक्त किया। मदरसे से 6 बच्चों ने हिफ्ज मुकम्मल किया और आलिमत में 8 बच्चों ने सनद हासिल की। अतिथियों द्वारा इन बच्चों को पगडी तथा ऐहराम पहनाते हुए माल्यार्पण कर, उपहार एवं प्रमाण पत्र भेंट किए। सभी ने गले लगाकर मुबारकबाद व दुआएं पेश की। 


इस दौरान मुफ्ती अब्दुल कादिर , इमाम सदरआला मस्जिद सण्डीला, मौलाना अशफाक नदवी, मौलाना फहीम जामई पत्रकार, मौलाना अख़लाक़ क़ासमी, मौलाना मुहीब नदवी पत्रकार, मौलाना खुर्शीद नदवी, मुफ्ती इदरीस नदवी, मौलाना मसीहुल्लाह, मौलाना उमर, मौलाना वकास नदवी, हाफिज सगीर, हाफिज समीउद्दीन, हाफिज फय्याज,  कारी आसिफ, हाफिज फैजान, डा० शाहिद इकबाल अलीग, डा० आसिफ इकबाल अलीग, सिराज टाइम्स हिंदी दैनिक अख़बार के सम्पादक हाजी सिराज अहमद, हाजी शुऐब गौरी, अफजाल कौसर, शब्बीर नेता, वहाजुद्दीन ग़ौरी पत्रकार, माज खां, नय्यर शकेब, मास्टर इस्लाम, मशहूर शिक्षक शाह आलम राणा, मास्टर इदरीस, मुहम्मद दानिश अंसारी प्रधानाचार्य, आमिर खां अंग्रेजी शिक्षक, मास्टर शब्बू खां, बदर मियां, नासिर मियां, डा० अहमद अली अंसारी, अजीज गौरी, साबिर, रेहान पत्रकार मौजूद रहे।


वहीं दूसरी ओर मुराऊ टोला स्थित मदरसा आलिया इस्लामिया दारुल उलूम में भी तकमील हिफ्ज कुरआन करीम कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर शाह अफजालुर्रहमान, हरदोई ने शिरकत की।


 इस दौरान उन्होंने कहा कि सबसे बेहतर वह लोग हैं जो कुरआन पढ़ते हैं और पढ़ाते हैं। इस किताब को पढ़ने पर कई तरह की इबादतों का सवाब मिलता है। आगे उन्होंने कहा कि हिफ्ज कुरआन मुकम्मल होने पर घरवालों को बहुत खुश होकर बेहतरीन खाना-पकवान खिलाना चाहिए , ऐसा हमारे बुजुर्गों ने किया है।
 

सफल संचालन कारी सगीर ने किया। इस मौके पर पूरा स्टाफ हाजिर रहा। प्रोग्राम का समापन मुख्य अतिथि की देश में खुशहाली, तरक्की और भाईचारगी की दुआ पर हुआ।




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