खजूर वाली मस्जिद में तरावीह का पहला दौर मुकम्मल

बिसवां, सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) कुरआन का रमज़ान से बडा गहरा ताल्लुक है। इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा कुरआन पाक की तिलावत करनी चाहिए। 
हमें मुकद्दस किताब कुरआन-ए-करीम की सूरते याद करनी चाहिए ताकि कयामत में यह सूरते हमारे लिए सिफारिश करें।


 यह बात मौलाना वकास नदवी ने कैथी टोला स्थित खजूर वाली मस्जिद में तरावीह में तकमील कुरआन-ए- पाक के मौके पर नमाजियों को खिताब करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि कुरआन अपने पढ़ने वालों के हक में सिफारिश करेगा। 


हदीस में आता है कि अल्लाह रब्बुल इज्जत कुरआन-ए-पाक की सिफारिश को रद्द नहीं करेंगे। उक्त मस्जिद में हाफिज नगमी खां (अब्दुल्लाह) ने तरावीह की नमाज अदा कराई। पन्द्रह दिनों में नमाजियों ने पूरा कुरआन सुना। 


तरावीह पूरी होने के बाद भारी तादाद में मौजूद नमाजियों ने मुल्क में अमन-चैन, भाईचारे, देश की तरक्की और सलामती की विशेष दुआ में हाथ उठाएं। 

इस मौके पर मस्जिद कमेटी के जिम्मेदार , सपा जिला उपाध्यक्ष शब्बीर खां और उवैस सहित अन्य लोगों ने हाफिज नगमी को उपहार पेश करते हुए फूल- मालाओं से लाद दिया। वहीं मस्जिद इमाम कारी मुहम्मद जावेद की मेहनत की सराहना की गई तथा मदद में शामिल हाफिज असलम, हाफिज दस्तगीर व अन्य लोगों को एजाज़ से नवाजा गया।

 
इस मौके पर सिराज टाइम्स हिंदी रोज़नामा अखबार के सम्पादक व मान्यता प्राप्त पत्रकार हाजी सिराज अहमद, शहजादे, माज खां ने भी मस्जिद सदस्यों को माला पहनाकर तोहफे पेश किए। 
इस मौके पर हाफिज इशरत अली, मुहम्मद आमिर, मुहम्मद आसिफ, मिस्बाहुद्दीन नदवी, रिफाकत सिद्दीकी सहित बड़ी तादाद में नमाजी मौजूद रहे।

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