हज धनराशि की अंतिम किस्त की अंतिम तिथि 18 मई है

लखनऊ (सिराज टाइम्स न्यूज़) हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज धनराशि की आखिरी किस्त जमा करने की अंतिम तिथि 18 मई निर्धारित की है। वहीं लंबे अरसे के बाद कमेटी ने गत दिनों कुल खर्च की भी घोषणा कर दी है। 
जारी सर्कुलर के मुताबिक अब अकीदतमंदों को बैंक में प्रति हाजी एक लाख आठ हजार पांच सौ अड़तालीस रु० अठारह तारीख तक जमा करने होंगे। 


याद दिला दें कि पिछली दो क़िस्तों में दो लाख इक्यावन हजार आठ सौ रुपए हज आवेदक जमा कर चुके हैं। कमेटी के अनुसार देश भर में 22 प्रस्थान केंद्र बनाए गए हैं, सभी केंद्रों पर अलग-अलग धनराशि निर्धारित की गई है।
हालांकि दावा किया जा रहा है कि अभी हज खर्च में 10% की कमी या वृद्धि हो सकती है।  इस बार सऊदी रियाल के लिए हज हाउस में कोई भी कांउटर नही लगा है। आवेदकों को रियाल हेतु केडी सिंह बाबू स्टेडियम के निकट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के हेड ऑफिस से संपर्क करना होगा। प्रति यात्री को 1500 रियाल अपने पासपोर्ट में एंट्री कराना होगा।  जिसके लिए पैन कार्ड का होना अति आवश्यक है।
हज यात्री के पास पैन कार्ड न होने पर वह अन्य हज आवेदक द्वारा उसके स्वयं के पैन कार्ड पर रियाल मंगवा सकता है। जानकारी के अनुसार रियाल का रेट 22 रू 50 पैसे के अनुसार लिया जा रहा है। याद रहे इस बार हज यात्रियों को अपने आप सामान रखने वाले बैग खरीदने होंगे। प्रति हाजी 3 बैग जिसमें एक हैंडबैग भी शामिल होगा, जिसमें सामान के वजन का खास ध्यान रखना होगा। और बैग पर अच्छे - पक्के मार्कर अथवा रंग से कवर नंबर, नाम, पता, मोबाइल नंबर, पिन कोड, तिरंगा झंडा का लोगोआदि जानकारियां लिखनी होंगी। 


जिन यात्रियों की फ्लाइट 22 मई को है उन सभी को 20 मई को हज हाउस रिपोर्टिंग हेतु जाना होगा। जिसका मैसेज भी मोबाइल पर आ चुका है। 
तथा इसी दिन हज धनराशि जमा रसीद ( हज कमेटी ऑफ इंडिया कापी और पिलिग्रिम कापी), हज स्टेटस (विवरण) प्रिंट आउट, रंगीन आधार कार्ड की फोटो कॉपी, रंगीन पैन कार्ड की प्रति, पासपोर्ट जमा रिसिप्ट के साथ, पास बनवाने वाले व्यक्तियों के फोटो, आधार कार्ड व अन्य आवश्यक प्रपत्र ले जाना जरूरी है। मालूम हो कि लखनऊ से पहली उड़ान 21 मई को होगी। 
 उत्तर प्रदेश से कुल 26,786 आवेदकों ने आवेदन किया था लेकिन 1000 से ज्यादा लोगों ने अपनी यात्रा निरस्त करवा दी है। 2022 की हज यात्रा में हज कमेटी ऑफ इंडिया, राज्य की कमेटियों तथा संबंधित जिम्मेदारों द्वारा हर तरह से हाजियों को परेशान किया गया था। 
यहां तक कि हज हाउस लखनऊ में  यात्रियों को जो सिम दिए गए थे वह भी पूरी तरह से इनवेलिड थे। जिसके कारण कई दिनों तक हाजियों का अपने घर वालों से संपर्क नहीं हो पाया था। ठीक इससे कहीं अधिक 2023 की यात्रा में उक्त जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं।  2022 की हज यात्रा से कहीं अधिक 2023 में जिम्मेदारों की लापरवाही उरूज पर रही।
गुटखा, पान- मसाला पूरी तरह प्रतिबंधित है।

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