मरहूम कारी सगीर अहमद सुपुर्द-ए-खाक़

दौड़ गई ग़म की लहर

बिसवां, सीतापुर (सिराज टाइम्स न्यूज़) कस्बे के मुराऊ टोला स्थित मदरसा आलिया इस्लामिया में कई सालों से कार्यरत उस्ताद का़री सगीर अहमद का मंगलवार को लखनऊ के एक अस्पताल में इंतकाल हो गया। 
मिली जानकारी के मुताबिक मरहूम कारी सगीर अहमद के गले में काफी दिनों से समस्या थी। जिसके बाद चिकित्सकों के अनुसार उन्होंने ऑपरेशन कराया, जिसके कुछ घंटों बाद उनकी मृत्यु हो गई। खबर पाकर लोग गम में डूब गए। कारी सगीर अहमद का आखिरी दीदार करने के लिए उनके पैतृक गांव लालपुर कुरैता जिला बाराबंकी में दूर-दूर से उलमा-ए-इकराम और बिसवां वासियों की भीड़ उमड़ पड़ी। 


मंगलवार को ही उनके आबाई गांव में उनकी तदफीन अमल में आई। ‌शोक व्यक्त करते हुए वरिष्ठ पत्रकार हाजी सिराज अहमद ने बताया कि कारी सगीर अहमद आला इख़्लाक के मालिक थे, उन्होंने लोगों को हमेशा जोड़ने का काम किया। संपादक सिराज अहमद ने अपने कार्यालय में मरहूम के लिए एसाले सवाब किया और उन्हें नम आंखों से खिराजे अकीदत पेश की।
इसी तरह इमाम ईदगाह मौलाना जावेद इकबाल नदवी, मदरसा फुर्कानिया के नाजिम मौलाना आसिम इकबाल नदवी के अलावा जमीयत उलमा-ए-हिंद यूनिट बिसवां के सदर मुफ्ती अशफाक नदवी, जनरल सेक्रेटरी मौलाना फहीम जामई, मीडिया इंचार्ज वहाजुद्दीन ग़ौरी पत्रकार, मौलाना जैद आतिश कासमी, कारी मुइनुद्दीन, कारी इरशाद, हाफिज़ सगीर, मिसबाहुद्दीन नदवी, इमादुद्दीन गौरी आदि ने भी शोक जाहिर कर श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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